तिल्दा – संत निरंकारी मिशन द्वारा दिनांक 05 जुलाई 2025 को तिल्दा के संत कंवरराम चौक के पास स्थित सत्संग भवन में “निरंकारी महिला समागम” का भव्य आयोजन किया गया। यह समागम दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक चला, जिसमें बड़ी संख्या में महिला श्रद्धालुओं ने भाग लेकर आध्यात्मिक विचारों से स्वयं को जोड़ा।
समागम में श्रद्धालुओं ने भजन, विचार और अनुभवों के माध्यम से एकता, सेवा और समर्पण का संदेश दिया। कार्यक्रम का वातावरण भक्तिभाव, अनुशासन और प्रेम से सराबोर रहा।
इस अवसर पर संत निरंकारी मिशन के मुख्य महात्मा सुन्दरदास जेसवानी ने अपने प्रेरणादायक विचार रखते हुए कहा —
“नारी शक्ति जब आध्यात्मिक ज्ञान से जुड़ती है, तो समाज में संतुलन और जागरूकता आती है। निरंकारी महिला समागम इस बात का प्रमाण है कि महिलाएं केवल परिवार की नहीं, बल्कि पूरे समाज की आध्यात्मिक रीढ़ हैं।”
उन्होंने यह भी कहा कि — “निरंकार को जानना ही जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि है। जब एक नारी ईश्वर से जुड़ती है, तो वह अपने बच्चों, परिवार और समाज को भी प्रेम, विनम्रता और सेवा के रास्ते पर प्रेरित करती है।”
समागम में भाग ले रही बहनों ने भी समाज और परिवार में आध्यात्मिक मूल्यों को बढ़ावा देने का आह्वान किया। भजनों के माध्यम से प्रभु निरंकार के गुणों का गुणगान हुआ, और विचारों के ज़रिए जीवन को सच्चाई, प्रेम और सहनशीलता से भरने की प्रेरणा दी गई।
कार्यक्रम के समापन पर सभी श्रद्धालुओं ने निरंकार प्रभु से समाज में प्रेम, भाईचारा और शांति बनाए रखने की प्रार्थना की। आयोजन की सफलता में संत निरंकारी सेवादल, स्थानीय बहनों और संगत का विशेष योगदान रहा।
यह समागम केवल एक धार्मिक आयोजन न होकर एक ऐसी प्रेरणा बन गया, जो समाज में महिलाओं की भूमिका को आध्यात्मिक दृष्टिकोण से और भी सशक्त बनाने वाला रहा।



