तिल्दा नेवरा।
नगर के गासीदास चौक क्षेत्र में स्थित बारातघर के पास बीते सात दिनों से अवैध रूप से रेत का भंडारण और गड़ला रेत का विक्रय खुलेआम किया जा रहा है। यह कार्यवाही नियमों और खनिज विभाग की अनुमति के विपरीत होते हुए भी स्थानीय प्रशासन इस पर अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर सका है, जिससे स्थानीय नागरिकों में भारी रोष व्याप्त है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन और खनिज विभाग को कई बार मौखिक व लिखित रूप से सूचना दी गई है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी इस ओर गंभीरता से ध्यान नहीं दे रहे। दिनदहाड़े रेत से भरे ट्रक और ट्रैक्टरों की आवाजाही हो रही है, जिससे न केवल यातायात बाधित हो रहा है, बल्कि क्षेत्र में प्रदूषण और सड़क क्षति की समस्या भी सामने आ रही है।
स्थानीय नागरिकों ने यह भी आरोप लगाया कि कुछ जिम्मेदार अधिकारियों को जब इस रेत भंडारण की सूचना दी जाती है, तो वे कार्रवाई करने की बजाय भंडारणकर्ताओं को पहले ही जानकारी दे देते हैं, जिससे वे प्रशासन के पहुंचने से पहले ही रेत हटा लेते हैं या स्थल बदल देते हैं। इससे यह स्पष्ट होता है कि अवैध रेत कारोबारियों को कहीं न कहीं प्रशासनिक संरक्षण प्राप्त हो रहा है।
एक ओर सरकार अवैध रेत उत्खनन और भंडारण के खिलाफ सख्त अभियान चला रही है, वहीं दूसरी ओर तिल्दा नेवरा जैसे क्षेत्र में नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। अब सवाल यह उठता है कि आखिर क्यों जिम्मेदार अधिकारी इस अवैध कार्य के खिलाफ कार्रवाई करने से कतरा रहे हैं
नगरवासियों ने कलेक्टर और उच्चाधिकारियों से मांग की है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच कराते हुए दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए और गासीदास चौक क्षेत्र से तत्काल रेत का अवैध भंडारण हटाया जाए।
अगर प्रशासन जल्द कार्रवाई नहीं करता, तो लोगों का कहना है कि वे सामूहिक रूप से आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे।
